ये साँई लीला अनुभव हमसे शेयर किया है, Shyam Singh ji, Delhi निवासी ने...
बाबा की लीला का अनुभव ,उन्ही के शब्दों में :-
"" यूं तो हर पल मेरे लिए किसी साई लीला से कम नही है
बाबा जी का साथ हर पल मैं महसूस करता हूँ उनके चमत्कारों का कोई मोल नही
जब भी दुःख की लकीरें अपने होने का आभास कराती उस पल बाबा मेरे दिल में मसीहा बनकर आते
साई लीला नाम सुनकर एक ख्याल आया अभी मन में
जब जब बाबा मुझे शिरडी अपना शुकर अदा करने के लिए बुलाते है तो मन में खुशियों की लहर दौड़ पड़ती है
बाबा जानते हैं क़ि समय ने अपने जाल में मुझे फसा के रखा है
इसलिए प्रतिवर्ष बाबा मुझे एक बार ही सही पर बुलाते जरूर है
और हर वर्ष भक्त की टोली संग मैं बाबा जी के दर्शनों का सुख पाता हूँ, हर यात्रा से पहले
मन में विचार आते है शिरडी में दर्शनों का सुख पाने से कहीं मैं वंचित ना हो जाऊं
जैसे जैसे समय बुलावे का नजदीक आता है मन में सभी नकारात्मक विचार दूर हो जाते हैं
हर दिन बहुत छोटा लगने लगता है बाबा जी के दर्शनों की चाह में|
एक ख्वाब मेरा जो मैं हर दिन बाबा की यादो में गिनकर बिताता हूँ ,वो ख्वाब मेरे हकीकत में बदल जाते हैं ""
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